Video Conferencing in Hindi
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing in Hindi) एक ऑनलाइन टेक्नोलॉजी है, जिसके माध्यम से दो या इससे अधिक स्थानों से एक साथ कई लोग ऑडियो-वीडियो के माध्यम से जुड़ सकते हैं। इसे वीडियो टेलीकॉन्फ्रेंस (Video Teleconference) भी कहा जाता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आज कम्युनिकेशन का महत्वपूर्ण माध्यम है क्योंकि यह उन लोगों को आपस में जोड़ती है जो कई अलग अलग स्थानों में बैठे होते है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का प्रयोग खासकर किसी मीटिंग के लिए किया जाता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग विभिन्न शहरों और देशों के ऑर्गेनाइजेशन/कंपनियों के लिए विशेष रूप से बहुत सुविधाजनक साबित हुई है क्योंकि यह बिज़नेस ट्रेवल में लगने वाले समय, एक्सपेंस और रास्ते से जुडी बहुत सी परेशानियों से बचाती है।
बिज़नेस में, आमतौर पर किसी ऑर्गनाइज़ेशन में लोग बातचीत और सहयोग के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग करते हैं। और यही वीडियो कांफ्रेंस जब सामान्य उद्देश्य के लिए की जाती है तो इसे वीडियो कॉल या वीडियो चैट कहा जाता है।
एक समय था जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को बड़े ऑर्गनाइज़ेशन ही उपयोग में लाते थे। लेकिन आज के समय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लगभग सभी के लिए बहुत आसान और अफोर्डेबल हो गई है। इसका मुख्य कारण वॉइस-ओवर-आईपी (VoIP) में लगातार होता डेवलपमेंट है।
- Video Conferencing in Hindi
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की परिभाषा (Video Conferencing Definition in Hindi)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के प्रकार (Types of video conferencing in Hindi)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लाभ (Advantages of Video Conferencing in Hindi)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जरूरी चीजें (Requirements for a Video Conferencing in Hindi)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और रिमोट वर्किंग (Video Conferencing and Remote Working in Hindi)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म (Video Conferencing Platform)
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की परिभाषा (Video Conferencing Definition in Hindi)
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) एक प्रकार की ऑनलाइन मीटिंग है जहां दो या दो से अधिक लोग लाइव ऑडियो-विजुअल कॉल में शामिल होते हैं। एक स्ट्रांग इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से, वीडियो कांफ्रेंस में शामिल होने वाले सदस्य रियल टाइम में एक-दूसरे को देख, सुन और बात कर सकते हैं, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के प्रकार (Types of video conferencing in Hindi)
पॉइंट-टू-पॉइंट कॉन्फ्रेंसिंग (Point-to-point Conferencing in Hindi)
पॉइंट-टू-पॉइंट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में, रियल टाइम में अलग अलग स्थानों से केवल दो प्रतिभागी (participants) ही कम्युनिकेट करते हैं। जैसे फेस-टू-फेस कस्टमर सपोर्ट, जॉब इंटरव्यू।

मल्टीपॉइंट कॉन्फ्रेंसिंग (Multipoint Conferencing in Hindi)
मल्टीपॉइंट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में तीन या अधिक प्रतिभागी (participants) कम्यूनिकेट करते हैं; इसलिए इसे “ग्रुप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग” (Group Video Conferencing) भी कहा जाता है। मल्टीपॉइंट कॉन्फ़्रेंसिंग (Multipoint Conferencing) में, आप ग्रुप मीटिंग को होस्ट कर सकते हैं या उसे ज्वाइन कर सकते हैं। जैसे – टीम मीटिंग, ग्रुप मीटिंग, वेबिनार (Webinar).

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लाभ (Advantages of Video Conferencing in Hindi)
डिजिटलीकरण के दौर में, आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की उपयोगिता लगातार बढ़ती जा रही है।
- ऑर्गेनाइजेशन/ कंपनी की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में ।
- सहकर्मियों, पार्टनर्स और कस्टमर के साथ बातचीत करने का एक बेहतर तरीका प्रदान करने में।
- समय और लागत बचत में।
- रिमोट सपोर्ट/असिस्टेंस में।
- रिमोट वर्किंग के लिए ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग या ईमेल से अधिक प्रभावी होने में।
- यात्रा में लगने वाले खर्च को कम करने में।
- ग्रुप/टीम से कनेक्ट करने में।
- रियल टाइम में बिजनेस कम्युनिकेशन में।
- व्यक्तिगत स्तर पर, उन लोगों के साथ एक मजबूत भावना विकसित करने में जिनसे कभी व्यक्तिगत रूप से नहीं मिल सकते हैं।
COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से ही, कई कंपनियां कम्युनिटी एक्टिविटी और सोशल कांफ्रेंस आदि के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग करती हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के नुकसान (Disadvantages of Video Conferencing in Hindi)
जहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बिजनेस और व्यक्तियों के लिए कई लाभ प्रदान करती है, वहीं इसके कई नुकसान भी हैं जैसे –
- व्यक्तिगत संपर्क कम होना।
- हाई क्वालिटी वीडियो कॉलिंग और ग्रुप कॉन्फ़्रेंसिंग के लिए लगातार विश्वसनीय हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन का होना। वीडियो कॉल के दौरान, इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ किसी तरह की समस्या आने पर आपका महत्वपूर्ण कॉल आपके लिए किसी अच्छे अवसर की समाप्ति का कारण बन सकता है।
- कई कंपनियां व्यावसायिक यात्रा लागत को कम करने के लिए हाई क्वालिटी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सेवाओं को अपनाती हैं जिस पर बड़ी मात्रा में निवेश का होना।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जरूरी चीजें (Requirements for a Video Conferencing in Hindi)
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एक वर्चुअल मीटिंग रूम में अलग-अलग जगहों से काम करने वाले लोगों को एक साथ जोड़ती है। लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी चीजों का होना बहुत जरूरी है: –
- एक स्टेबल इंटरनेट कनेक्शन
- एक वीडियो डिस्प्ले डिवाइस (लैपटॉप, डेस्कटॉप मॉनिटर, या एक टेलीविजन स्क्रीन)
- एक कंप्यूटर या कॉन्फ्रेंस फोन
- अन्य डिवाइस (वेबकैम, माइक्रोफोन, हेडसेट, स्पीकर, आदि)
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर
कुछ ऑफिसेस डेडिकेटेड वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम का उपयोग करते है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और रिमोट वर्किंग (Video Conferencing and Remote Working in Hindi)
इसकी उपयोगिता हम निम्नलिखित बिंदुओं से समझ सकते है –
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग विशेष रूप से अलग अलग स्थानों के एम्प्लाइज के लिए उपयोगी है, जो अपनी अधिकांश ऑफिस से संबंधित मीटिंग होस्ट करने के लिए/जुड़ने के लिए इन सर्विसेज पर भरोसा करते हैं। ऐसे रिमोट एम्प्लाइज आमतौर पर कंपनियों के फिजिकल स्पेस का उपयोग नहीं करते हैं ।
- रिमोट वर्किंग के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग टीम के सदस्यों और सहकर्मियों के बीच कम्युनिकेशन और सहयोग को बेहतर कर सकता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग न केवल बेहतर संचार और प्रोडक्टिविटी प्रदान कर सकती है, बल्कि फोन पर या ईमेल के माध्यम से कम्यूनिकेट करने की तुलना में अधिक लाभकारी है।
- हालाँकि, रिमोट वर्किंग के दौरान जो उपयोगकर्ता अक्सर वीडियो मीटिंग में होते हैं उन्हें सेहत संबंधी समस्याओं से भी रूबरू होना पड़ रहा है जैसे आंखों में खिंचाव, थकावट और सिरदर्द आदि ।

COVID-19 महामारी के बीच, कई कंपनियों के लिए रिमोट वर्किंग “नया सामान्य” बन गया। सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल को अपनाते हुए कंपनियां बिजनेस ऑपरेशन्स को आगे बढ़ाने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही हैं, क्योंकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रियल टाइम फेस टू फेस मीटिंग को साकार कर रही है। ऑफिस मीटिंग के अलावा, जॉब इंटरव्यू के लिए भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग किया जा रहा है।
जिसके उदाहरण स्वरूप, Zoom (जो कि एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस प्रोवाइडर है), ने 2020 में अप्रत्याशित ग्रोथ हासिल की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म बेहतर सर्विस देने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी उपयोग कर रहे है। कई लोगों के लिए इस महामारी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एक बहुत जरूरी टेक्नोलॉजी के रूप में सामने आयी है। जिसके परिणामस्वरूप zoombombing और zoom fatigue जैसे शब्द उपयोग किये जाने लगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म (Video Conferencing Platform)
- Zoom
- Google Meet
- Skype
- Facebook Live
- YouTube Live