E-Commerce क्या है, Types, Applications of E-Commerce in Hindi
ई-कॉमर्स (E-Commerce in Hindi) इंटरनेट पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद और बिक्री, फंड्स या डेटा के ट्रांसमिशन का एक इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क है। ई-कॉमर्स के अंतर्गत लेनदेन या तो बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B2B), बिज़नेस-टू-कंज्यूमर (B2C), कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर (C2C) या कंज्यूमर-टू-बिज़नेस (C2B) के रूप में होते हैं। ई-कॉमर्स और ई-बिजनेस शब्द अक्सर एक दूसरे के स्थान पर उपयोग किए जाते हैं।
ई-कॉमर्स इंटरनेट द्वारा संचालित होता है, जहां ग्राहक ब्राउज़ करके एक ऑनलाइन स्टोर तक पहुंच सकते हैं, और डिजिटल टूल्स (जैसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर/लैपटॉप) के माध्यम से प्रोडक्ट्स या सर्विसेज के लिए ऑर्डर दे सकते हैं।
- E-Commerce क्या है, Types, Applications of E-Commerce in Hindi
- ई-कॉमर्स के प्रकार (Types of E-Commerce in Hindi)
- बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (B2B E-Commerce in Hindi)
- बिजनेस-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (B2C E-Commerce in Hindi)
- कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (C2C E-Commerce in Hindi)
- कंज्यूमर-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (C2B E-Commerce in Hindi)
- बिजनेस-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (B2A E-Commerce in Hindi)
- कंज्यूमर-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (C2A E-Commerce in Hindi)
- मोबाइल ई-कॉमर्स (Mobile E-Commerce in Hindi)
- ई-कॉमर्स एप्लिकेशन (E-Commerce Applications in Hindi)
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce Platform in Hindi)
- ई-कॉमर्स के प्रकार (Types of E-Commerce in Hindi)
पिछले एक दशक से, अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट और ईबे जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के व्यापक उपयोग से ऑनलाइन रिटेल सेल्स में जबरदस्त वृद्धि हुई है। 2015 में, कुल रिटेल सेल्स में ई-कॉमर्स का 7.4 फीसदी हिस्सा था जो 2021 आते आते 19.5 फीसदी हो गया, 2024 तक यह आंकड़ा लगभग 21.5 फीसदी से लेकर 22 फीसदी तक हो जायेगा।
ई-कॉमर्स के प्रकार (Types of E-Commerce in Hindi)
ई-कॉमर्स को निम्न भागों में वर्गीकृत कर सकते हैं:
- बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (B2B)
- बिजनेस-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (B2C)
- कंज्यूमर-टू- कंज्यूमर ई-कॉमर्स (C2C)
- कंज्यूमर-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (C2B)
- बिजनेस-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (B2A)
- कंज्यूमर-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (C2A)
बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (B2B E-Commerce in Hindi)
बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (Business to Business E-Commerce) से तात्पर्य बिजनेस के बीच उत्पादों (Products), सेवाओं (Services) और सूचनाओं (Information) के इलेक्ट्रॉनिक आदान-प्रदान से है, जैसे ऑनलाइन डायरेक्टरी और प्रोडक्ट और सप्लाई एक्सचेंज वेबसाइट, जिसके द्वारा बिज़नेस प्रोडक्ट, सर्विस और इनफार्मेशन को प्राप्त कर सकते है और ई-प्रोक्योरमेंट इंटरफेस के माध्यम से लेनदेन कर सकते है।

बिजनेस-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (B2C E-Commerce in Hindi)
बिजनेस-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (Business to Consumer E-Commerce) का तात्पर्य ई-कॉमर्स के रिटेल भाग से है। इसमें बिजनेस सीधे कंज्यूमर से उत्पाद (Products), सेवाओं (Services) और सूचनाओं (Information) का आदान प्रदान करते है। आज इंटरनेट पर बहुत से डिजिटल स्टोर और मॉल हैं जो सभी प्रकार के कंज्यूमर को सामान बेचते हैं। जिसका सबसे सबसे प्रसिद्ध उदाहरण फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन है।

कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (C2C E-Commerce in Hindi)
कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर ई-कॉमर्स (Consumer to Consumer E-Commerce)से तात्पर्य कंज्यूमर के बीच उत्पादों (Products), सेवाओं (Services) और सूचनाओं (Information) के इलेक्ट्रॉनिक आदान-प्रदान से है, लेकिन ये लेनदेन आम तौर पर एक तीसरे पक्ष के माध्यम से किए जाते हैं जो एक ऑनलाइन मंच प्रदान करता है जिस पर लेनदेन किया जाता है। eBay, Olx और Craigslist इन प्लेटफार्मों के लोकप्रिय उदाहरण हैं।

कंज्यूमर-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (C2B E-Commerce in Hindi)
कंज्यूमर-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स (Consumer to Business E-Commerce)मेंकंज्यूमर उत्पादों (Products), सेवाओं (Services) और सूचनाओं (Information) को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से बिजनेसेस को बिड लगाने और खरीदने के लिए ऑनलाइन उपलब्ध कराते हैं। यह B2C मॉडल के ठीक विपरीत है। C2B प्लेटफॉर्म का एक लोकप्रिय उदाहरण iStock है जो रॉयल्टी- फ्री इमेजेज और मीडिया जैसी डिजिटल प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराता है।

बिजनेस-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (B2A E-Commerce in Hindi)
बिजनेस-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (Business to Administration E-Commerce)से तात्पर्यकंपनियों और एडमिनिस्ट्रेशन या सरकारी निकायों (Government Bodies) के बीच ऑनलाइन लेनदेन से है। सरकार की कई निकाय/शाखाएं किसी न किसी रूप में ई-सर्विसेज या उत्पादों पर निर्भर होते हैं, खासकर तब जब कानूनी दस्तावेजों (Legal Documents), सामाजिक सुरक्षा (Social Security), वित्तीय (Financial) और रोजगार (Employment) की बात आती है।
ई-टेक कंपनियां इन ई-सर्विसेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप से एडमिनिस्ट्रेशन या सरकारी निकायों (Government Bodies) को आपूर्ति करते हैं। बदलते डिजिटल परिवेश में B2A सर्विसेज में काफी वृद्धि हुई है क्योंकि सरकारें इसमें काफी निवेश कर रही है।

कंज्यूमर-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (C2A E-Commerce in Hindi)
कंज्यूमर-टू-एडमिनिस्ट्रेशन ई-कॉमर्स (Consumer to Administration E-Commerce) से तात्पर्य व्यक्तिगत कंज्यूमर और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, सरकारी निकायों के बीच ऑनलाइन किए गए लेनदेन से है। सरकार शायद ही कभी नागरिकों से उत्पाद या सेवाएं खरीदती है, लेकिन यूजर निम्नलिखित क्षेत्रों में अक्सर इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग करते हैं।

मोबाइल ई-कॉमर्स (Mobile E-Commerce in Hindi)
मोबाइल ई-कॉमर्स से तात्पर्य स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे मोबाइल गैजेट्स का उपयोग करके ऑनलाइन बिक्री लेनदेन करने से है। मोबाइल-कॉमर्स में मोबाइल शॉपिंग, मोबाइल बैंकिंग और मोबाइल पेमेंट आदि सभी शामिल हैं। मोबाइल चैटबॉट से, व्यवसायों को ई-कॉमर्स के अतिरिक्त फीचर्स मिलते है जिससे उपभोक्ताओं को वॉइस और टेक्स्ट कन्वर्सेशन के माध्यम से कंपनियों के साथ लेनदेन कर सकते है।
ई-कॉमर्स एप्लिकेशन (E-Commerce Applications in Hindi)
- फाइनेंस (Finance)
- ई-बैंकिंग (e-banking)
- ऑनलाइन बुकिंग (Online Booking)
- ऑनलाइन पब्लिशिंग (Online Publishing)
- डिजिटल एडवरटाइजिंग (Digital Advertising)
- मैन्युफैक्चरिंग (Manufacturing)
- रिटेल और होलसेल (Retail and Wholesale)
- ऑनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing)

ई-कॉमर्स लेनदेन जैसे ईमेल, ऑनलाइन शॉपिंग, FTP, वेब सर्विसेज और मोबाइल गैजेट्स के द्वारा किया जाता है। साथ ही साथ इसमें कंज्यूमर को मोबाइल गैजेट्स पर ई-न्यूज़लेटर्स और SMS टेक्स्ट, नोटिफिकेशन आदि भेजना भी शामिल है। इसके अतिरिक्त ई-कॉमर्स कंपनियां विभिन्न एप्लिकेशन का उपयोग करके सीधे उपभोक्ताओं को ऑनलाइन लुभाने में करती है जिसमें डिजिटल कूपन, सोशल मीडिया मार्केटिंग और टार्गेटेड विज्ञापन आदि शामिल हैं।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce Platform in Hindi)
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म एक टूल है जिसका उपयोग ई-कॉमर्स बिजनेस को मैनेज करने के लिए किया जाता है। आजकल छोटे व्यवसायों से लेकर बड़े उद्यमों तक के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के विभिन्न मॉडल मौजूद हैं।
ऑनलाइन मार्केटप्लेस (Online Market Place) इन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म में अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट और ईबे आदि सबसे जाने माने नाम है जिसमें अकाउंट बनाने के लिए यूजर को सिर्फ साइन अप करने की आवश्यकता होती है। SaaS (सॉफ्टवेयर एस ए सर्विस) ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का एक रूप है, जहां स्टोर मालिक, क्लाउड-होस्टेड सर्विस को रेंट पर सब्सक्राइब कर सकते है। इसके अतिरिक्त ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म के रूप में भी हो सकते है।
ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म के उदाहरण (Examples of e-commerce marketplace platforms)
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