Virtual Office in Hindi, Virtual Office के लाभ और सर्विसेज

(Virtual Office in Hindi) includes office-related services such as office addresses, telephone numbers, administrative services, and meeting rooms.

वर्चुअल ऑफिस क्या है (Virtual Office in Hindi)

वर्चुअल ऑफिस, फ्रीलांसर्स और स्टार्टअप्स के बीच बहुत लोकप्रिय है जो घर से काम करते हैं या अन्य जगहों से काम करते हैं लेकिन अपनी कंपनी के लिए नामी लोकेशन पर एक ऑफिसियल बिजनेस एड्रेस चाहते हैं। वर्चुअल ऑफिस में बिज़नेस मालिकों को एक वास्तविक कार्यालय पर होने वाले खर्च के बिना सभी लगभग सर्विसेज मिलती है।

वर्चुअल ऑफिस | Virtual Office Meaning in Hindi

वर्चुअल ऑफिस एक ऐसी सर्विस है जो किसी अन्य जगह से बिज़नेस के मालिक को बिज़नेस के लिए ऑफिस से सम्बंधित सभी सर्विसेज देती हैं जैसे ऑफिस एड्रेस और टेलीफोन नंबर, कम्युनिकेशन और एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेस, और मीटिंग रूम।

या कह सकते हैं कि जिसमें एक जगह पर एक इमारत में अन्य लोगों के साथ काम करने के बजाय टेलीफोन, ईमेल और इंटरनेट के माध्यम से काम करते हैं। आज के समय में आपका ऑफिस कहीं भी हो वहीं से ही टेक्नोलॉजी के माध्यम से बिज़नेस कर सकते हैं।

किसी नामी लोकेशन पर ऑफिस एड्रेस होने से बिज़नेस की विश्वसनीयता बढ़ती है।

वर्चुअल ऑफिस सर्विसेज | Virtual Office Services in Hindi?

किसी भी वर्चुअल ऑफिस के लिए कुछ चीजें ध्यान रखनी चाहिए

  • एक वास्तविक ऑफिस में एक ऑफिसियल एड्रेस जिसका इस्तेमाल मेल के लिए, मार्केटिंग के लिए और ऑफिसियल उद्देश्यों जैसे बिज़नेस लाइसेंसिंग आदि के लिए करते हैं।
  • ऑफिस बिल्डिंग में रिसेप्शनिस्ट का होना जो बिजनेस से संबंधित डाक्यूमेंट्स को कलेक्ट करे और उसे आपके घर या जहाँ से भी कार्य करते हैं वहां भेज सके।
  • ऑफिस बिल्डिंग में रिसेप्शनिस्ट का होना जिससे वह मीटिंग की सभी तैयारियां कर सके अगर आप ऑफिस बिल्डिंग में मीटिंग करना चाहें।
  • ऑफिस बिल्डिंग में कॉपी और प्रिंट मशीन जैसी ऑनसाइट सुविधाएं होना।
Virtual Office Services
Virtual Office Services

वर्चुअल ऑफिस के लाभ | Virtual Office Advantages in Hindi

वर्चुअल ऑफिस के बहुत से लाभ हैं, जो निम्नलिखित हैं

  • किसी ऑफिस लोकेशन जाने में हर दिन जो दो या तीन घंटे काम के लिए तैयार होने और ऑफिस जाने में खर्च होते हैं उस समय में आप बिज़नेस की प्रोडक्टिविटी बड़ा सकते हैं। यदि कोई बिजनेस वर्चुअल ऑफिस सर्विसेज के साथ चलता है तो उसमे काम करने वाले एम्प्लाइज का आवागमन का समय बचता है।
  • इसमें एम्प्लाइज पूरे दिन में जब मर्जी तब काम कर सकते हैं  जिससे वेकेशन कम हो जाती हैं।
  • इस तरह के ऑफिस में आप पूरे देश से कहीं से भी एम्प्लाइज ज्वाइन कर सकते हैं जिससे बेहतरीन टेलेंट बिज़नेस के साथ जुड़ता हैं।
  • इसमें कोई ऑफिस लीज नहीं, कोई यूटिलिटी पेमेंट्स नहीं, कोई हार्डवेयर नहीं, कोई एक्स्ट्रा खर्चा नहीं होता है।
  • इसमें आपको एम्प्लाइज पर नज़र रखने की जरुरत नहीं हैं वे अपने आप से कार्य करते हैं जिससे प्रोडक्टिविटी बढ़ती हैं।
  • इसमें टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके क्लाउड से फाइल्स को भेज सकते हो और प्राप्त कर सकते हो।

अगर आप कोई नामी लोकेशन नहीं चाहते हैं तो खुद का भी वर्चुअल ऑफिस तैयार कर सकते हैं इसके लिए आपको कुछ बिंदु ध्यान रखने होंगे

  • यदि आपका बिज़नेस ट्रैवेलिंग का हैं तो आपको डेस्कटॉप सिस्टम के बजाय लैपटॉप कंप्यूटर खरीदने पर विचार करना चाहिए। जिससे लैपटॉप के साथ आपकी फाइलें हमेशा आपके पास रहेंगी और चलता फिरता वर्चुअल ऑफिस आपके पास होगा।
  • यदि आपका बिज़नेस होम बेस्ड हैं तो आप डेस्कटॉप कंप्यूटर  के साथ ऑफिस बना सकते हैं। और उसके साथ प्रिंटर, हार्ड ड्राइव आदि एक्स्ट्रा चीजें जोड़ सकते हो।

वर्चुअल ऑफिस सर्विस के प्रकार | Types of Virtual Office Services in Hindi

वर्चुअल ऑफिस सेवाएं मुख्यतः चार प्रकार की होती हैं लेकिन यह केवल चार प्रकार की होंगे यह जरुरी नहीं हैं –

  • फिजिकल ऑफिस स्पेस
  • मेल फॉरवर्डिंग
  • टेलीफोन सेंटर
  • सपोर्ट स्टाफ

किसी भी वर्चुअल ऑफिस सर्विस को चुनने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए जैसे उसमे क्या सुविधाएं हैं, क्या अतिरिक्त खर्चा आएगा, और उसकी विश्वसनीयता आदि

Question for you?

टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की Virtual Office जैसी टेक्नोलॉजी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-

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Awanish Kumar
Awanish Kumar
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