Oceanography in Hindi
समुद्र विज्ञान क्या है (Oceanography in Hindi)
समुद्र विज्ञान के विज्ञान को पढ़ने से पहले, हमें यह समझना होगा कि इस शब्द का क्या अर्थ है। शब्द का पहला भाग ग्रीक शब्द ओकेनोस (okeanos) या ओशनस (oceanus) से गढ़ा गया है, जो यूरेनस और गाका (Uranus and Gaca) के देवताओं के पुत्र टाइटन (Titan) का नाम है, जो समुद्र की अप्सराओं (nymphs) ओशनिड्स (the oceanids) के पिता थे। शब्द का दूसरा भाग ग्रीक शब्द ग्राफिया (graphia) से आया है, जो रिकॉर्डिंग और वर्णन करने के कार्य को संदर्भित करता है।
वास्तव में, समुद्र विज्ञान शब्द पूरे समुद्र के विज्ञान का वर्णन करने के लिए अपर्याप्त है, क्योंकि वैज्ञानिक समुद्र की भौतिक, रासायनिक, भूवैज्ञानिक और जैविक विशेषताओं को रिकॉर्ड करने और उनका वर्णन करने के अलावा और भी बहुत कुछ करते हैं। समुद्र विज्ञानी वैज्ञानिक और गणितीय जांच की सबसे आधुनिक और परिष्कृत तकनीकों का उपयोग करते हुए समुद्र प्रक्रियाओं के सभी पहलुओं की जांच, व्याख्या करते और मॉडल बनाते हैं।
The term oceanology (the suffix ology meaning “the science of”) is etymologically more accurate.
एक आम गलत धारणा यह है कि समुद्र विज्ञान अपने आप में एक शुद्ध विज्ञान है। अधिकांश समुद्र विज्ञानी, वास्तव में, पारंपरिक विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और भूविज्ञान) या संबंधित क्षेत्र (इंजीनियरिंग, मौसम विज्ञान, गणित, सांख्यिकी, या कंप्यूटर विज्ञान) में से एक में प्रशिक्षित होते हैं जो अपनी शोध और विशेषज्ञता को महासागरों का अध्ययन करने के लिए चुनते हैं।
पारंपरिक विज्ञान में स्नातक होने के बाद, आप स्नातक विद्यालय या समुद्री संस्थान में समुद्र विज्ञान रिसर्च करने का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। हाल ही में, मरीन पॉलिसी और मैनेजमेंट, मरीन लॉ, रिसोर्स और पर्यावरण मूल्यांकन, और अन्य संबंधित क्षेत्रों में समुद्र विज्ञान में करियर के नए अवसर विकसित हुए हैं। समुद्री अध्ययन आमतौर पर कई प्रकार के वैज्ञानिकों, गणितज्ञों, इंजीनियरों, तकनीशियनों और नीति निर्माताओं के बीच सहयोग पर निर्भर करता हैं।
पानी हमारे चारों तरफ है या कहें कि पृथ्वी का 70% हिस्सा महासागर हैं। तेजी से होते जलवायु परिवर्तन और अधिक जनसंख्या वृद्धि ने दुनिया के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा कर दी हैं। जिस कारण से महासागरों का वातावरण तेजी से बदल रहा है, महासागरों के जल की अम्लता बढ़ रही है और साथ ही साथ अप्रत्याशित तरीके से महासागरों का मौसम चक्र बेमौसम होता जा रहा है। इस प्रकार के तेजी से होते बदलावों के कारण महासागरों के जैविक जीवन के लिए खतरा उत्त्पन हो गया है।
Oceanography Meaning in Hindi
ओशनोग्राफी (Oceanography in Hindi) वह विज्ञान है जिसमें दुनिया के महासागरों, उनकी गतिशील प्रकृति, प्रवाह, इकोसिस्टम, समुद्री लहरें, धारायें, पानी की रासायनिक गुणवत्ता, समुद्र तल में परिवर्तन आदि का अध्ययन किया जाता है।
ओशनोग्राफी एक इंटरडिसिप्लिनरी साइंस है जिसमें गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और भूविज्ञान सभी सम्मिलित हैं।
अतः हम कह सकते हैं कि औशेयनोग्रफ़ी में महासागरों से जुड़े सभी पहलुओं का अध्ययन किया जाता है।
ओशनोग्राफी के प्रकार | Types of Oceanography in Hindi
ओशनोग्राफी (Oceanography in Hindi) या समुद्र विज्ञान के अंतर्गत महासागरों के भौतिक (Physical), रासायनिक (Chemical), जियोलाजिकल (Geological) और जैविक (Biological) गुणों का अध्ययन करते हैं इसके अलावा महासागरों की वर्तमान स्थिति, उसका इतिहास और भविष्य में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता है।
समुद्र विज्ञान को भौतिक, भूवैज्ञानिक, रासायनिक और जैविक समुद्र विज्ञान के चार क्षेत्रों में वर्गीकृत करके अध्ययन किया जाता हैं –
- फिजिकल ओशनोग्राफी | Physical Oceanography
- बायोलॉजिकल ओशनोग्राफी | Biological Oceanography
- केमिकल ओशनोग्राफी | Chemical Oceanography
- जियोलाजिकल ओशनोग्राफी | Geological Oceanography

फिजिकल ओशनोग्राफी | Physical Oceanography in Hindi
समुद्र विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत समुद्र के भीतर की भौतिक स्थितियों और भौतिक प्रक्रियाओं जैसे लहरें, धाराएं, भंवर और ज्वार का अध्ययन किया जाता है, फिजिकल ओशनोग्राफी कहलाती है।
फिजिकल ओशनोग्राफी में गहरी समुद्री धाराओं, समुद्र और वायुमंडल के बीच संबंध जिससे मौसम और जलवायु प्रभावित होना, पानी के माध्यम से प्रकाश और ध्वनि का संचरण आदि का अध्ययन किया जाता है।
गहरे समुद्र में होने वाले परिवर्तनों का और समुद्रों तटों पर होने वाले परिवर्तनों से मौसम में होने वाले बदलाव, जलीय जीवों और पौधों पर पड़ने वाले असर, सामुद्रिक संरचना बदलने का भौगोलिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभाव के कारण ओशनोग्राफी के अध्ययन की महत्तवता को बहुत बढ़ जाती हैं।

बायोलॉजिकल ओशनोग्राफी | Biological Oceanography in Hindi
बायोलॉजिकल ओशनोग्राफी में वे जीव मायने रखते हैं जो समुद्र में रहते हैं। बायोलॉजिकल ओशनोग्राफी में समुद्र के जैविक जीवों जैसे बैक्टीरिया, फाइटोप्लैंकटन, ज़ोप्लैंकटन (जीवन चक्र, फ़ूड प्रोडक्शन आदि) और मछलियां, बड़े समुद्री जीवों और समुद्री स्तनधारियों (marine mammals) के जीवन का अध्ययन करते है।
इसके अध्ययन के क्षेत्रों में पर्यावरण परिवर्तन, तापमान में परिवर्तन और बढ़ते महासागरीय प्रदूषण से समुद्री जीवों का प्रभावित होना भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त प्लैंकटन (plankton) का अध्ययन करते हैं जो कई समुद्री जीवों का भोजन है और वैश्विक कार्बन चक्र को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

केमिकल ओशनोग्राफी | Chemical Oceanography in Hindi
केमिकल ओशनोग्राफी (Chemical Oceanography in Hindi) का मुख्य उद्देश्य समुद्र के पानी की संरचना का अध्ययन करना होता है। इसमें उन रासायनिक प्रक्रियाओं और प्रतिक्रियाओं की जांच करते है जो समुद्र के पानी पर वायुमंडलीय परिस्थितियों में परिवर्तन और बड़े छोटे समुद्री पौधों और जानवरों पर प्रभाव डालती हैं।
महासागर समुद्री वनस्पतियों में पाए जाने वाले खनिजों और पोषक तत्वों से भरे पड़े है इनका मेडिसिन में उपयोग कैसे करें इसको लेकर भी केमिकल ओशनोग्राफी के अंतर्गत अध्ययन किया जाता हैं। इनका कार्य उपयोगी समुद्री संसाधनों की पहचान करना होता है जिनका उपयोग कई गंभीर बीमारियों के लिए दवाओं के रूप में किया जा सकता है।
केमिकल ओशनोग्राफी या समुद्री रसायन विज्ञान इस समय का सबसे चर्चित विषय है क्योंकि उच्च ग्रीनहाउस गैसों के कारण वातावरण में जलवायु परिवर्तन हो रहा है। ग्लोबल वार्मिंग से पैदा होने वाली लगभग 80 से 90% गर्मी हमारे महासागरों में जा रही है। इस कारण से हमारे महासागर एक तपती बाल्टी की तरह हो गए हैं जो वातावरण से 1000 गुना ज्यादा गर्मी अवशोषित कर रहे हैं।

जियोलाजिकल ओशनोग्राफी | Geological Oceanography in Hindi
जियोलाजिकल ओशनोग्राफी (Geological Oceanography in Hindi) में समुद्र तल की संरचना, समुद्र तलों की खोज, घाटियों और पहाड़ों की भौतिक संरचना में होने वाले परिवर्तन का अध्ययन किया जाता हैं। इसके अंतर्गत महासागरों और घाटियों का हिस्टोरिकल सर्वे किया जाता है। जियोलाजिकल ओशनोग्राफी हमें यह समझने में मदद करता है कि धीरे-धीरे कैसे समुद्र तल बना।

यदि आप समुद्र की गहराई को जानना चाहते हैं, तो आपको सोनार के साथ Bathymetric Survey करना पड़ेगा।
ओशनोग्राफी बहुत ही चुनौतीपूर्ण और मनोरंजक करियर का क्षेत्र है।