Introduction to Biotechnology in Hindi
Biotechnology पिछले कुछ वर्षों में, इस क्षेत्र में बहुत तेजी से वृद्धि देखी गयी है। यह मुख्य रूप से एक मजबूत नींव के कारण है, जिसकी जरुरत अनुसंधान और शिक्षा से लेकर प्रोडक्ट डेवलपमेंट तक हर एक क्षेत्र में पिछले कुछ ही दशकों में उभरकर सामने आयी है, साथ ही साथ मानव जाति की सहायता में भी बायोटेक्नोलॉजी बहुत योगदान दे रही है।
बायोटेक्नोलॉजी, जैसा कि शब्द से ही पता चलता है, बायोलॉजी और टेक्नोलॉजी दोनों का संयुक्त रूप है। बायोटेक्नोलॉजी को हिंदी में जैव प्रौद्योगिकी कहते है।
बायोटेक्नोलॉजी किसी एक विषय से सम्बंधित नहीं है यह बहुत से विषयों को साथ लेकर चलती है जिसमें जीवन विज्ञान के सभी क्षेत्रों जैसे माइक्रोबायोलॉजी, जेनेटिक्स, आणविक जीवविज्ञान, जैव रसायन, किण्वन प्रौद्योगिकी या जैव-प्रक्रिया इंजीनियरिंग और जैव सूचना विज्ञान सहित कई विषयों की बहुत सी शाखाएं शामिल हैं।
- Introduction to Biotechnology in Hindi
- Define Biotechnology in Hindi
- जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग | Applications of Biotechnology in Hindi
- बायोटेक्नोलॉजी के प्रकार | Types of Biotechnology in Hindi
- चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी | Medical Biotechnology
- चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण | Examples of Medical Biotechnology
- एंटीबायोटिक दवाएं | Antibiotics
- मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी में करियर के अवसर | Career Opportunities in Medical Biotechnology
- एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी | Agricultural Biotechnology
- कृषि जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण | Examples of Agricultural Biotechnology
- कीट प्रतिरोधी फसलें | Pest Resistant Crops
- औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी | Industrial Biotechnology
- औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण
- जैव उत्प्रेरक | Biocatalysts
- पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी | Environmental Biotechnology
- पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण
- बायोरेमेडिएशन | Bioremediation
- जैव प्रौद्योगिकी की शाखाएं | Branches of Biotechnology
- गोल्ड बायोटेक्नोलॉजी | Gold biotechnology or Bioinformatics
- रेड बायोटेक्नोलॉजी (बायोफार्मा) | Red Biotechnology (Biopharma)
- व्हाइट बायोटेक्नोलॉजी | White Biotechnology
- येलो बायोटेक्नोलॉजी | Yellow Biotechnology
- ग्रे बायोटेक्नोलॉजी | Gray Biotechnology
- ग्रीन बायोटेक्नोलॉजी | Green Biotechnology
- ब्लू बायोटेक्नोलॉजी | Blue Biotechnology
- डार्क बायोटेक्नोलॉजी | Dark Biotechnology
- भारत में जैव प्रौद्योगिकी | Biotechnology in India
- बायोटेक्नोलॉजी में करियर | Career in Biotechnology
Define Biotechnology in Hindi
साधारण शब्दों में – बायोटेक्नोलॉजी जीव विज्ञान पर आधारित टेक्नोलॉजी है – जिससे सेलुलर (cellular) और जैव-आणविक प्रक्रियाओं (bio molecular processes) का उपयोग प्रौद्योगिकियों और उत्पादों को विकसित करने के लिए किया जाता है जो हमारे जीवन और हमारे ग्रह के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी कोई नई तकनीक नहीं है, इसका उपयोग वैज्ञानिक सिद्धांतों को जाने बिना अनादि काल से मनुष्य द्वारा पारंपरिक रूप से उपयोग किया जाता रहा है। हमने 6,000 से अधिक वर्षों से सूक्ष्मजीवों की जैविक प्रक्रियाओं का उपयोग करके ब्रेड और पनीर जैसे उपयोगी खाद्य उत्पाद बनाने और डेयरी उत्पादों को संरक्षित करने का कार्य किया है।
इस टेक्नोलॉजी के पीछे की मूल बातें और उन्नत सिद्धांत पिछले कुछ दशकों के दौरान आनुवंशिकी, आणविक जीव विज्ञान के क्षेत्र में हुई जबरदस्त प्रगति के कारण ही पहचाने गए थे।
बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग इंडस्ट्रियल, कृषि, फूड प्रोसेसिंग, औद्योगिक उत्पादन, पर्यावरण अध्ययन, चिकित्सा आदि में किया जाता है। बायोटेक्नोलॉजी अब विकसित और विकासशील दोनों देशों सहित विभिन्न राष्ट्रीयताओं की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भी एक प्रमुख क्षेत्र बन गया है।
बायोटेक्नोलॉजी में जीवित चीजों विशेष रूप से कोशिकाओं और जीवाणुओं का उपयोग करके जीव हित में विभिन्न उत्पादों का निर्माण करते है। यह न केवल जीव विज्ञान, बल्कि गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे विषयों बल्कि जीवित कोशिकाओं के संदर्भ में उपयोग होने वाली विभिन्न टेक्नोलॉजीज का एक सम्मिलित अध्ययन है।
जैव प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग | Applications of Biotechnology in Hindi
बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां अनुसंधान और विकास के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों में कार्य करती है:
- पर्यावरण नियंत्रण में (Environment control)
- कचरा प्रबंधन में (Waste Management)
- ऊर्जा में (Energy)
- खाद्य प्रसंस्करण में (Food processing)
- दवा अनुसंधान में (Pharmaceutical Research)
- बायो-स्क्रीनिंग में (Bio-Screening)
- बायो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में (Bio-processing Industry)
- केमिकल प्रोसेस इंडस्ट्रीज के लिए स्थिर सेल और एंजाइम सिस्टम विकसित करने में। (Developing stable cell and enzyme systems for the Chemical Process Industries)
- आनुवंशिक सुधार में (Genetic Improvement)
- मानव जीन थेरेपी में (Human Gene Therapy)
- माइक्रोबायोलॉजिकल आधारित उत्पादन में (Microbiological Based Production)
- हाइड्रोकार्बन के सूक्ष्म जैविक रूप से उन्नयन में (Microbiological Evolution of Hydrocarbons)
- वैक्सीन के उत्पादन और विकास में (Vaccine production and development)
- जैव-कीटनाशक और जैव-उर्वरक का उत्पादन में (Production of Bio-pesticides and Bio-fertilizers)
- अंग प्रत्यारोपण में (Organ Transplant)
- फोटो-सिंथेटिक रूप से कुशल पौधों के उत्पादन में (Production of photo-synthetically efficient plants)
- ट्रांसजेनिक पौधों और जानवरों का उत्पादन में (Production of transgenic plants and animals)
बायोटेक्नोलॉजी के प्रकार | Types of Biotechnology in Hindi
बायोटेक्नोलॉजी के बारे में और अधिक समझने के लिए, इसके प्रकार और उदाहरणों को समझते हैं।
चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी | Medical Biotechnology
मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी द्वारा मनुष्यों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए जीवित कोशिकाओं और अन्य कोशिका मैटेरियल का उपयोग किया जाता है। मुख्य रूप से इसका उपयोग इलाज खोजने के साथ-साथ बीमारियों से छुटकारा पाने और उन्हें रोकने के लिए किया जाता है।
इसमें मानव स्वास्थ्य को बनाए रखने, रोगजनकों को समझने और मानव कोशिका जीव विज्ञान को समझने या अधिक कुशल तरीके खोजने के लिए अनुसंधान के लिए इन उपकरणों का उपयोग करना भी शामिल है।
मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी का उपयोग फार्मास्यूटिकल दवाओं के साथ-साथ बीमारियों से निपटने के लिए अन्य रसायनों के उत्पादन के लिए भी किया जाता है। इसमें बैक्टीरिया, पौधे और पशु कोशिकाओं का अध्ययन भी शामिल है। इसमें DNA डीएनए (डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड) का अध्ययन भी किया जाता है।
चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण | Examples of Medical Biotechnology
टीके | Vaccines
टीके ऐसे केमिकल्स होते हैं जो शरीर पर हमला करने वाले रोगजनकों से बेहतर तरीके से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करते हैं। ऐसा टीके को शरीर के रक्त प्रवाह में बीमारी के क्षीणित (कमजोर) संस्करणों को भेजकर किया जाता हैं।
एंटीबायोटिक दवाएं | Antibiotics
एंटीबॉडी का उत्पादन करने के लिए कई पौधे उगाए जाते हैं जो जेनेटिकली इंजीनियर्ड होते हैं। यह कोशिकाओं का उपयोग करने या जानवरों से इन एंटीबॉडी को निकालने से अधिक लागत प्रभावी है क्योंकि पौधे इन एंटीबॉडी को बड़ी मात्रा में उत्पन्न कर सकते हैं।
मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी में करियर के अवसर | Career Opportunities in Medical Biotechnology
मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट, फार्मास्युटिकल कंपनियों, हॉस्पिटल्स, डायग्नोस्टिक सेंटर्स, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एकेडमिक सेक्टर में करियर के कई अवसर उपलब्ध हैं।
एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी | Agricultural Biotechnology
कृषि जैव प्रौद्योगिकी (एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी) फसल की पैदावार बढ़ाने या उन पौधों की विशेषताओं को दर्शाने लिए आनुवंशिक रूप से संशोधित पौधों को विकसित करने पर केंद्रित है जो उन्हें उन क्षेत्रों में बढ़ने का लाभ प्रदान करते हैं जहाँ पौधे पर किसी प्रकार का प्रभाव मौसम और कीट डालते हैं।
कृषि जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण | Examples of Agricultural Biotechnology
कीट प्रतिरोधी फसलें | Pest Resistant Crops
जैव-प्रौद्योगिकी ने फसलों के निर्माण के लिए ऐसी तकनीकें प्रदान की हैं जो स्वाभाविक रूप से कीट-विरोधी विशेषताओं को व्यक्त करती हैं, जिससे वे कीटों के प्रति बहुत प्रतिरोधी हो जाती हैं।
औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी | Industrial Biotechnology
इंडस्ट्रियल बायोटेक्नोलॉजी (औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी) में औद्योगिक उद्देश्यों के लिए जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता है। आधुनिक मॉलिक्यूलर जीव विज्ञान की तकनीकों को अपनाते हुए, इससे दक्षता में सुधार होता है और कागज और लुगदी, रासायनिक निर्माण और कपड़ा सहित औद्योगिक प्रक्रियाओं से होने वाले बहुआयामी पर्यावरणीय प्रभावों को कम करता है।
इसमें खाद्य, रसायन, डिटर्जेंट, कागज और लुगदी, कपड़ा, जैव ईंधन और बायोगैस जैसे औद्योगिक रूप से उपयोगी क्षेत्रों में उत्पादों को बनाने के लिए सूक्ष्मजीवों, या एंजाइम जैसे कोशिकाओं के घटकों जैसे कोशिकाओं का उपयोग करने का प्रयास किया जाता है।
औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण
जैव उत्प्रेरक | Biocatalysts
रसायनों को संश्लेषित करने के लिए एंजाइम जैसी औद्योगिक जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों द्वारा जैव उत्प्रेरक विकसित किए जाते हैं। एंजाइम सभी जीवों द्वारा उत्पादित प्रोटीन होते हैं। जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग करके उपयोगी एंजाइम का व्यावसायिक मात्रा में निर्माण किया जा सकता है।
पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी | Environmental Biotechnology
पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी में पर्यावरण प्रदूषण की सफाई के लिए सूक्ष्मजीवों और उनकी प्रक्रियाओं का उपयोग करना किया जाता है, जैसे कम होते भूजल को रोकना, और दूषित मिट्टी, कीचड़ और तलछट की सफाई आदि।
पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी कचरा प्रबंधन और प्रदूषण की रोकथाम में उपयोग की जाने वाली तकनीक है जो पारंपरिक तरीकों की तुलना में अलग अलग प्रकार के अपशिष्ट उत्पादों को अधिक कुशलता से कम करने में मदद करती है और प्राकृतिक तरीकों पर हमारी निर्भरता को काफी कम कर सकती है।
प्रत्येक जीव जीवित रहने के लिए पोषक तत्वों का ग्रहण करता है इसी क्रम में कुछ बैक्टीरिया अपशिष्ट उत्पादों के रासायनिक घटकों पर भी निर्भर रहते हैं और बाद में उसे काम के लायक उत्पाद में बदल देते हैं।
पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी के उदाहरण
बायोरेमेडिएशन | Bioremediation
बायोरेमेडिएशन में दूषित मिट्टी और भूजल को साफ करने के लिए रोगाणुओं का उपयोग किया जाता है। सूक्ष्मजीव बहुत छोटे जीव होते हैं, जैसे बैक्टीरिया, जो प्राकृतिक रूप से पर्यावरण में रहते हैं। बायोरेमेडिएशन कुछ रोगाणुओं के विकास को तेज करता है जो भोजन और ऊर्जा के स्रोत के रूप में दूषित पदार्थों का उपयोग करते हैं।
जैव प्रौद्योगिकी की शाखाएं | Branches of Biotechnology
जैव प्रौद्योगिकी अपने आप में एक विशाल विषय है और इसका दायरा जीव विज्ञान की विभिन्न शाखाओं तक फैला हुआ है।
गोल्ड बायोटेक्नोलॉजी | Gold biotechnology or Bioinformatics
गोल्ड बायोटेक्नोलॉजी या बायोइनफॉरमैटिक्स को कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी के रूप में जाना जाता है, यह जैव सूचना विज्ञान जीव विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी का एक मिलाजुला रूप है। इसमें व्यापक रूप से कम्प्यूटेशनल उपकरण और विधि उपयोग की जाती है जो जैविक डेटा को प्रबंधित करने, विश्लेषण करने, और संग्रहीत करने में मदद करती है।
इसका उपयोग मूल रूप से बायोइंजीनियरिंग में किया जाता है क्योंकि बड़ी मात्रा में जैविक डेटा को संभालने के लिए कंप्यूटर बहुत आवश्यक होते हैं।
रेड बायोटेक्नोलॉजी (बायोफार्मा) | Red Biotechnology (Biopharma)
रेड बायोटेक्नोलॉजी (बायोफार्मा) दवा और पशु चिकित्सा उत्पादों से संबंधित है। यह आनुवंशिक बीमारियों को ठीक करने के लिए नई दवाओं, पुनर्योजी उपचारों, टीकों और एंटीबायोटिक दवाओं, आणविक निदान तकनीकों और आनुवंशिक इंजीनियरिंग तकनीकों के विकास में मदद करती है।
व्हाइट बायोटेक्नोलॉजी | White Biotechnology
व्हाइट बायोटेक्नोलॉजी औद्योगिक बायोटेक से सम्बंधित है इसमें कम प्रदूषणकारी, और कम संसाधन-खपत प्रक्रियाओं और उत्पादों को डिजाइन करने में मदद मिलती है।
येलो बायोटेक्नोलॉजी | Yellow Biotechnology
येलो बायोटेक्नोलॉजी खाद्य उत्पादन में जैव प्रौद्योगिकी के उपयोग से संबंधित है, जैसे किण्वन द्वारा वाइन, पनीर और बीयर बनाने में।
ग्रे बायोटेक्नोलॉजी | Gray Biotechnology
ग्रे बायोटेक्नोलॉजी जैव-विविधता को बनाए रखने और भारी धातुओं और हाइड्रोकार्बन जैसे कई प्रकार के पदार्थों को अलग करने और निपटाने के लिए सूक्ष्मजीवों और पौधों का उपयोग करने वाले पर्यावरणीय अनुप्रयोगों को दर्शाती है।
ग्रीन बायोटेक्नोलॉजी | Green Biotechnology
ग्रीन बायोटेक्नोलॉजी (हरित जैव प्रौद्योगिकी) पारंपरिक कृषि, बागवानी और पशु प्रजनन प्रक्रिया के विकल्प के रूप में पर्यावरण के अनुकूल समाधानों के उपयोग से संबंधित है जिसमें कृषि हित में पौधों की नई किस्में बनाना शामिल है।
ब्लू बायोटेक्नोलॉजी | Blue Biotechnology
ब्लू बायोटेक्नोलॉजी समुद्री संसाधनों के उपयोग से संबंधित है। हम पहले से ही मछली, शंख, स्पंज और पेट्रोलियम भंडार जैसे कई जलीय संसाधनों का उपयोग करते हैं। जिस कारण से ब्लू बायोटेक्नोलॉजी की महत्वता बहुत बढ़ जाती है।
डार्क बायोटेक्नोलॉजी | Dark Biotechnology
डार्क बायोटेक्नोलॉजी जैव-आतंकवाद या जैविक हथियारों और सूक्ष्मजीवों, और विषाक्त पदार्थों का उपयोग करके मनुष्यों, घरेलू जानवरों और फसलों में बीमारियों और मृत्यु का कारण बनने से संबंधित है।
भारत में जैव प्रौद्योगिकी | Biotechnology in India
जैव प्रौद्योगिकी विभाग, जिसे 1986 में स्थापित किया गया था, 2000 में अपना पहला विज़न दस्तावेज़ और 2007 में जैव प्रौद्योगिकी रणनीति और फिर 2015 में बायोटेक रणनीति- II रखी। इन विजन और रणनीति दस्तावेजों के माध्यम से बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने 20 वर्षों में बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत सक्षम वातावरण बनाने का प्रयास किया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि अत्याधुनिक बायोटेक्नोलॉजीज के माध्यम से विकसित प्रौद्योगिकियों और उत्पादों को मानव सेवा में उपयोग और वितरित किया जा सके।
इस क्षेत्र की वर्तमान विकास वृद्धि को देखकर विश्वास है कि जल्द ही भारत विश्व स्तर पर शीर्ष 5 देशों में होगा और 2025 तक वैश्विक जैव निर्माण हब (global organic manufacturing hub) के रूप में पहचाना जाएगा। बायोटेक्नोलॉजी से कई उद्योगों में कई समस्याओं का समाधान करने में मदद मिलती हैं
हाल के COVID महामारी को देखते हुए आने वाले वक्त के लिए भारत 4 प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है –
- मौजूदा जरूरतों को पूरा करने के लिए और भविष्य में उभरती प्रौद्योगिकियों को भी पूरा करने के लिए मानव संसाधन और बुनियादी ढांचे दोनों की क्षमता का निर्माण करना।
- स्टार्टअप, लघु उद्योग, बड़े उद्योग और टियर 2 और टियर 3 शहरों तक पहुंचने के साथ, सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में अनुसंधान संस्थानों और प्रयोगशालाओं में एक मजबूत बुनियादी अनुसंधान संचालित पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत और पोषित करना।
- सार्वजनिक और निजी क्षेत्र को शामिल करने और सह-विकास के पीपीपी मॉडल को प्रोत्साहित करना।
- नए ज्ञान की एक मजबूत पाइपलाइन, बुनियादी और अनुवाद संबंधी अनुसंधान के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता को सुनिश्चित करना।
बायोटेक्नोलॉजी में करियर | Career in Biotechnology
प्रमुख क्षेत्रों जहां आप जैव प्रौद्योगिकी स्नातक के रूप में नौकरी के अवसर तलाश कर सकते हैं:
- जेनेटिक इंजीनियरिंग
- कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी
- इकोलॉजी
- टेक्सटाइल इंडस्ट्री
- हैल्थकेयर
- मेडिसिन
- मेडिकल साइंस
- एग्रीकल्चर
- एनिमल हसबेंडरी