Effect of Air Pollution on Health (वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर प्रभाव)
Health Effects of Air Pollution in Hindi
वायु प्रदूषण से तात्पर्य वायु में प्रदूषकों की मौजूदगी से है – प्रदूषक जो मानव स्वास्थ्य और संपूर्ण ग्रह के लिए हानिकारक हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हर साल दुनिया भर में लाखों मौतों के लिए वायु प्रदूषण जिम्मेदार है।
दस में से नौ मनुष्य आज जिस वर्तमान हवा में सांस लेते हैं उसमें प्रदूषकों की मात्रा डब्ल्यूएचओ की दिशानिर्देश सीमा से अधिक है, जिसमें निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहने वाले लोग सबसे अधिक पीड़ित हैं।
वायु प्रदूषण से होने वाले दुष्परिणाम जिसमें कुछ अल्पकालिक प्रभाव वाली और अस्थायी हैं, उनमें निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां इसके अलावा नाक, गले, आंखों या त्वचा में जलन जैसी परेशानियां लगातार आपको परेशान कर सकती है।
वायु प्रदूषण से सिरदर्द, चक्कर आना और जी मिचलाना भी हो सकता है। कारखानों, कचरे या सीवर सिस्टम से निकलने वाली दुर्गंध को भी वायु प्रदूषण माना जाता है।
वायु प्रदूषण के दीर्घकालिक प्रभाव वर्षों या पूरे जीवनकाल तक रह सकते हैं। वे किसी व्यक्ति की मृत्यु का कारण भी बन सकते हैं। वायु प्रदूषण के दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभावों में हृदय रोग, फेफड़े का कैंसर और श्वसन संबंधी रोग शामिल हैं। वायु प्रदूषण लोगों की नसों, मस्तिष्क, गुर्दे, यकृत और अन्य अंगों को भी लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ वैज्ञानिक रिसर्च यह भी कहती है कि वायु प्रदूषक जन्म दोष का कारण बनते हैं। दुनिया भर में हर साल लगभग 2.5 मिलियन लोग बाहरी या इनडोर वायु प्रदूषण के प्रभाव से मर जाते हैं।
वायु प्रदूषण कैसे कम करें (How to Reduce Air Pollution)
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कोई भी कदम उठा सकता है। ऐसा करने के लिए हर दिन लाखों लोग अपने जीवन में साधारण बदलाव करते हैं।
जैसे जरूरत ना होने पर कार चलाने के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना या कार पूलिंग करना, या छोटी दूरी होने पर कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जक वाहनों में यात्रा करने के बजाय साइकिल की सवारी करना वायु प्रदूषण को कम करने के कुछ तरीके हैं।